Suhani Singh

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ऐ मेरे वतन,ऐ प्यारे वतन।suhani Singh

ऐ मेरे वतन,ऐ प्यारे वतन।
तुझको है यूँ मेरा ये नमन।
मैं अपना फ़र्ज निभाता हूँ।
माटी का कर्ज चुकाता हूँ।
तुझ पर कोई आँच आने से पहले,
मैं अपना लहू बहाता हूँ।
अपना सर्वस्व तुझे दे जाता हूँ।
ऐ मेरे वतन ,ऐ प्यारे वतन।
तुझको है यूँ मेरा ये नमन।
Suhani Singh

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